कैसे फिल्म की शुरुआत हुयी ?
मैं न्यूयॉर्क में फिल्मों के लिए काम करता था, जब अपूर्व लखिया सर एक बार वहाँ अपनी फिल्म शूटआउट

हसीना की जर्नी कैसी रही ?

इब्राहिम पारकर जो इंसान था वो फिल्मों में स्टंटमैन का काम करता था. उसके बाद पारकर परिवार के लोगों से भी मिलना जुलना हुआ. उन्होंने बताया की बहुत ही मजाकिया हुआ करते थे. शुद्ध वेज रेस्टोरेंट चलाया करते थे. ये सब बातें मैंने खुद के भीतर डालीं और उसके बाद वर्कशॉप ही किया. पूरी स्टोरी याद हो गयी थी.
आगे की फिल्में ?
अभी तक के अनुभव के अनुसार मेरे प्लान करने से कुछ नहीं होता , बस मिलना जुलना हो रहा है, लेकिन
अभी सिर्फ हसीना के रिलीज का इन्तजार है.
टाइपकास्ट होने का डर है ?
नहीं, मुझे ऐसा बिल्कुल नहीं लगता, क्योंकि किरदार को निभाना पहली वरीयता होती है. अच्छी कहानी होती है तो जरूर करता हूँ. हाल ही
में मैंने एक रेपिस्ट का किरदार मना कर दिया है.
आगे की तमन्ना क्या है ?
मैं यहां विलेन बनने आया था , लेकिन वो मुझे बनाया नहीं गया है
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